हमने यहाँ पर आज कुरआन पाक की उन सूरहों में से एक मुक़द्दस सूरह पेश की है जो इंसान को आख़िरत की याद दिलाती है यानी कि Surah Infitar in Hindi और रोमन इंग्लिश में लिखा है।
सूरह इंफ़ितार में क़यामत के दिन के हैरतअंगेज़ मंज़रात बयान किए गए हैं यह सूरह हमें झकझोर कर याद दिलाती है कि असल ज़िंदगी आख़िरत है और वहीं हिसाब-किताब होना है।
अगर आप इसे तवज्जोह और ईमान की सच्चाई के साथ पढ़ेंगे तो इंशाअल्लाह यह सूरह आपके दिल और ज़ेहन में रोशनी की तरह उतर जाएगी। इसलिए इसे ध्यान से पढ़ें और अपनी ज़िंदगी में अमल की राह बनाइए।
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Surah Infitar In Hindi
बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम
- इजस समा उन फ़तरत
- व इज़ल कवाकिबुन तसरत
- व इज़ल बिहारु फुजजिरत
- व इज़ल कुबूरू बुअ’सिरत
- अलिमत नफ्सुम मा क़द्दमत व अख खरत
- या अय्युहल इंसानु मा गर रका बिरब बिकल करीम
- अल्लज़ी ख-लक़का फ़ सव्वाका फ़अदलक
- फ़ी अय्यि सूरतिम माशा अरब्बक
- कल्ला बल तुकज़ ज़िबूना बिददीन
- व इन्न अलैकुम लहाफ़िजीन
- किरामन कातिबीन
- यअलमूना मा तफअलून
- इन्नल अबरारा लफ़ी नईम
- व इन्नल फुज्जारा लफ़ी जहीम
- यसलौनहा यौमद दीन
- वमा हुम अन्हा बिगा इबीन
- वमा अदराका मा यौमुद दीन
- सुम्मा मा अदराका मा यौमुद दीन
- यौमा ला तमलिकू नफ्सुल लि नफ्सिन शैआ, वल अमरु यौम इज़िल लिल लाह
Surah Infitar In Roman English
Bismillah Hirrahmaan Nirraheem
- Izas samaaa’un fatarat
- Wa izal kawaakibun tasarat
- Wa izal bihaaru fujjirat
- Wa izal qubooru bu’sirat
- Alimat nafsum maa qaddamat wa akhkharat
- Yaaa ayyuhal insaaanu maa gharraka bi Rabbikal kareem
- Allazee khalaqaka fasaw waaka fa’adalak
- Feee ayye sooratim maa shaaa’a rakkabak
- Kalla bal tukazziboona bid deen
- Wa inna ‘alaikum lahaa fizeen
- Kiraaman kaatibeen
- Ya’lamoona ma taf’aloon
- Innal abraara lafee na’eem
- Wa innal fujjaara lafee jaheem
- Yaslawnahaa Yawmad Deen
- Wa maa hum ‘anhaa bighaaa ‘ibeen
- Wa maaa adraaka maa Yawmud Deen
- Summa maaa adraaka maa Yawmud Deen
- Yawma laa tamliku nafsul linafsin shai’anw walamru yawma’izil lillaah
Surah Infitar Tarjuma In Hindi
अल्लाह के नाम से शुरू जो मेहरबान रहमत वाला, जब आसमान फट जायेगा तारे बिखर जायेंगे समन्दर उबल पड़ेंगे और क़ब्रें उलट पलट दी जाएँगी।
उस वक़्त हर इन्सान को मालूम हो जायेगा कि उसने आगे क्या भेजा और पीछे क्या छोड़ा ऐ इन्सान तुझे किस चीज़ ने अपने मुहसिन रब से गफ़लत मुब्तिला कर दिया।
जिस ने तुझे पैदा किया फिर तुझे ठीक ठीक बनाया फिर तुमको एतेदाल पर पैदा किया फिर तुझे जिस सूरत में चाहा, तुझे जोड़ दिया हरगिज़ ऐसा नहीं होना चाहिए ! लेकिन तुम तो जज़ा व सज़ा को झुट्लाते हो।
हालाँकि तुम पर निगरान फ़रिश्ते मुक़र्रर हैं जो बा इज्ज़त हैं तुम्हारे कामों को लिखने वाले हैं तुम्हारे सारे कामों को जानते हैं यक़ीन रखो कि नेक लोग बड़ी नेअमतों में होंगे।
इसमें कोई शक नहीं कि बदकार लोग ज़रूर दोज़ख़ में होंगे वो बदले के दिन उसमें दाखिल होंगे और वो उस से छिप कर भाग नहीं सकते और आपको पता भी है कि बदले का दिन क्या चीज़ है।
फिर आपको पता भी है कि बदले का दिन क्या चीज़ है ये वो दिन होगा जिस दिन कोई शख्स किसी दुसरे के लिए कुछ भी न कर सके और हुक्म उस दिन सिर्फ़ अल्लाह का चलेगा।
आख़िरी लफ्ज़
अल्हम्दुलिल्लाह! आपने यहाँ सूरह इंफ़ितार को हिंदी और रोमन इंग्लिश तर्जुमा के साथ पढ़ा और समझा। यह सूरह हमें क़यामत के दिन की याद दिलाती है और हमारे दिलों को आख़िरत की तैयारी की तरफ़ मुतवज्जिह करती है।
हमारी कोशिश यही रही कि हर लफ़्ज़ को आसान और साफ़ तौर पर पेश करें, ताकि पढ़ने वाले को कहीं भी रुकने या समझने में दिक़्क़त न हो। अगर फिर भी कोई सवाल या उलझन रह जाए तो आप बेहिचक हमसे पूछ सकते हैं।
ऐ रहमत वाले अल्लाह! अगर इस सूरह इंफ़ितार को लिखने, पढ़ने या समझाने में हमसे कोई ग़लती हुई हो तो तू अपनी रहमत और मग़फ़िरत से उसे दरगुज़र फ़रमा। हमें कुरआन की हक़ीक़त को समझने और उस पर अमल करने की तौफ़ीक़ अता फ़रमा।