नमाज़ हर मुसलमान की ज़िंदगी का सबसे अहम अमल है। अल्लाह तआला ने हमें नमाज़ को हर रोज़ पढ़ने का हुक्म दिया है। लेकिन अक्सर सवाल उठता है – नमाज़ में कौन सी सूरह पढ़नी चाहिए?
अगर आप भी नमाज़ में पढ़ने वाली सूरह ढूंढ रहे हैं तो इस आर्टिकल में आपको नमाज़ में पढ़ी जाने वाली 10 छोटी और आसान सूरहें हिंदी में मिलेंगी।
इन्हें पढ़कर आप न सिर्फ नमाज़ सही तरीक़े से अदा कर पाएंगे बल्कि आसानी से याद भी कर लेंगे। इन छोटी सूरहों को एक से दो बार ध्यान से पढ़ें, इंशाल्लाह हमेशा के लिए याद हो जाएंगी।
Namaz Me Padhne Wali Surah List
- सूरह अल-फ़ील
- सूरह कुरैश
- सूरह अल-माऊन
- सूरह अल-कौसर
- सूरह काफ़िरून
- सूरह अन-नसर
- सूरह लहब
- सूरह इख़लास
- सूरह फ़लक
- सूरह नास
1. सूरह अल-फ़ील
अलम तरा कैफ़ फअला रब्बुका बिअस्हाबिल फ़ील
अलम यजअल कैदहुम फी तदलील
व अर्सला अलैहिम तैरन अबाबील
तरमीहिम बिहिजारतिम मिन सिज्जील
फजअलहुम कअस्फ़िम मअक़ूल
2. सूरह कुरैश
लि इला फि कुरैशिन
ईलाफिहीम रिहलतश शिताइ वस्सैफ
फल याअ बुदू रब्-ब हाजल बैतिल
अल लज्जी अत् अम हुम मिन जुइंव
व आम न हुम मिन खौफ
3. सूरह अल-माऊन
अरा अय्तल लजी युकज्जिबु बिद्दीन
फजालिकल लजी यदुअ अल यतीम
वला य हुद्दु अला तआमिल मिस्कीन
फवै लुल लिल मुस्सलीन
अल लजी न हुम अन सला तिहीम सा हु न
अल लजी न हुम यूरा उन
व यम नउनल माऊन
4. सूरह अल-कौसर
इन्ना आतैना कल कौसर
फ सल्लिल रब्बिका वनहर
इन्न शानि अ क हुवल अबतर
5. सूरह काफ़िरून
कुल या अय्युहल काफ़िरून
ला आअबुदु मा तआबुदून
वला अन्तुम आबिदूना मा आअबुद
वला अना आबिदुम मा अबत्तुम
वला अन्तुम आबिदूना मा आअबुद
लकुम दीनुकुम वलिय दीन
6. सूरह अन-नसर
इज़ा जा-अ नसरुल्लाही वल फ़त्ह
वरअइतन्नासा यदखुलूना फी दीनिल्लाहि अफ़्वाजा
फ़सब्बिह बिहम्दि रब्बिका व स्तग़फ़िरहु
इन्नहु काना तव्वाबा
7. सूरह लहब
तब्बत यदा अबी लहबिवं व तब्ब
मा अगना अन्हु मालुहू वमा कसब
सयसला नारं ज़ात लहब
वम्रअतुहु हम्मालतल-हतब
फी जिदिहा हब्लुम-मिम मसद
8. सूरह इख़लास
कुल हु्वल्लाहु अहद
अल्लाहुस्समद
लम यलिद वलम यूलद
वलम यकुं ल्हू कुफुवन अहद
9. सूरह फ़लक
कुल अऊज़ु बिरब्बिल फ़लक
मिन शर्रि मा खलक
व मिन शर्रि ग़ासिकिन इज़ा वकब
व मिन शर्रिन नफ़्फ़ासाति फ़िल उक़द
व मिन शर्रि हासिदिन इज़ा हसद
10. सूरह नास
कुल अऊज़ु बिरब्बिन नास
मलिकिन नास
इलाहिन नास
मिन शर्रिल वसवासिल ख़न्नास
अल्लज़ी युवसविसु फी सुदूरिन नास
मिनल जिन्नति वन नास
अहम हिदायत
क़ुरआन पाक को उल्टा पढ़ना मकरूह-ए-तहरीमी है। यानी पहली रकअत में सूरह इख़लास और दूसरी में सूरह लहब पढ़ना जायज़ नहीं। जिस तरह से सूरहें तर्तीब से हैं, उसी क्रम में पढ़ना बेहतर है।
आख़िरी बात
इस पैग़ाम में आपने नमाज़ में पढ़ी जाने वाली बेहतरीन और आसान सूरहें पढ़ीं। यकीन मानिए, अगर आप इन्हें याद कर लेंगे तो आपकी नमाज़ और भी रोशन हो जाएगी।
अगर यह जानकारी आपके लिए फ़ायदेमंद रही हो तो इसे अपने दोस्तों और परिवार तक ज़रूर पहुंचाएं ताकि सब नमाज़ में सही तरीक़े से सूरहें पढ़ सकें और अपने नामाए-आमाल में नेकियों का इज़ाफ़ा कर सकें।