Surah Balad In Hindi 1 -20 | सूरह बलद हिंदी और रोमन इंग्लिश में

आज हम यहां कुरान अल करीम की एक नूरानी और फज़ीलतों से भरपूर सूरह यानी कि Surah Al Balad In Hindi में तिलावत करेंगे, इसके साथ रोमन इंग्लिश में भी पढ़ सकते हैं।

हमने यहां पर इस सूरह को हिंदी और रोमन इंग्लिश में इसलिए लिखा है ताकि आप अपने पसंदीदा ज़ुबान में पढ़ सकें और उसके मानी को आसानी से समझ पाएं।

इससे न सिर्फ आपको तिलावत का अज्र व सवाब मिलेगा बल्कि इस सूरह की रूहानी हिकमतें भी दिल में उतर जाएंगी। इसके बाद शायद आपको कहीं और सूरह बलद की तलाश करने की हाजत ना रहे।


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Surah Balad In Hindi

बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम

  1. ला उक्सिमु बिहाज़ल बलद
  2. व अंत हिल्लुम बिहाज़ल बलद
  3. व वालिदींव वमा वलद
  4. लक़द खलक्नल इन्सान फ़ी कबद
  5. अयह सबु अल लैय यक्दिरा अलैहि अहद
  6. यक़ूलु अहलकतु मालल लु बदा
  7. अयह्सबू अल लम य रहू अहद
  8. अलम नज अल लहू ऐनैन
  9. व लिसानव व शफतैन
  10. व हदैनाहून नज्दैन
  11. फलक तहमल अ क़बह
  12. वमा अद राका मल अ क़बह
  13. फक्कु र क़बह
  14. अव इत आमून फ़ी यौमिन ज़ी मस्गबह
  15. यतीमन ज़ा मक़ रबह
  16. अव मिस्कीनन ज़ा मतरबह
  17. सुम्मा कान मिनल लज़ीना आमनू व वतवा सौ बिस सबरि व तवा सौ बिल मर हमह
  18. उलाइका अस हाबुल मैमनह
  19. वल लज़ीना कफरू बि आयातिना हुम असहाबुल मश अमह
  20. अलैहिम नारुम मुअ सदह

Surah Balad In Roman English

Bismillah Hirrahmaan Nirraheem

  1. Laaa uqsimu bihaazal balad
  2. Wa anta hillum bihaazal balad
  3. Wa waalidinw wa maa walad
  4. Laqad khalaqnal insaana fee kabad
  5. Ayahsabu al-lai yaqdira ‘alaihi ahad
  6. Yaqoolu ahlaktu maalal lubadaa
  7. Ayahsabu al lam yarahooo ahad
  8. Alam naj’al lahoo ‘aynayn
  9. Wa lisaananw wa shafatayn
  10. Wa hadaynaahun najdayn
  11. Falaq tahamal-‘aqabah
  12. Wa maaa adraaka mal’aqabah
  13. Fakku raqabah
  14. Aw it’aamun fee yawmin zee masghabah
  15. Yateeman zaa maqrabah
  16. Aw miskeenan zaa matrabah
  17. Summa kaana minal lazeena aamanoo wa tawaasaw bissabri wa tawaasaw bilmarhamah
  18. Ulaaa’ika As-haabul maimanah
  19. Wallazeena kafaroo bi aayaatinaa hum as-haabul Mash’amah
  20. Alaihim naarum mu’sadah

Surah Balad Ka Tarjuma

अल्लाह के नाम से शुरू जो मेहरबान रहमत वाला, मैं क़सम खाता हूँ इस शहर मक्का की, कि आप हज़रत मुहम्मद सल्लल लाहु अलैहि वसल्लम इसी शहर में रहते हैं

और क़सम है वालिद और उसकी औलाद की यक़ीनन इन्सान को हम ने मशक्क़त में डाल कर पैदा किया है वो क्या समझता है कि उस पर किसी का बस न चलेगा

वो कहता है मैंने ढेरों माल ख़र्च कर डाला है वो क्या समझता है कि उसको किसी ने देखा नहीं क्या हम ने उसको दो आँखें एक ज़ुबान और दो होंट नहीं दिए

और हमने उसको दोनों (खैरो शर) के रास्ते दिखा दिए मगर उस से ये न हो सका कि घाटी में दाख़िल हो और आपको मालूम है कि घाटी क्या है किसी की गर्दन (गुलामी से) छुड़ाना

या भूक के दिनों में खाना खिलाना ऐसे यतीम को जो रिश्तेदार भी है या ऐसे मिस्कीन को जो धुल में अटा हुआ हो

फिर वो उन लोगों में शामिल हुआ जो ईमान लाये हैं, और जिन्होंने एक दुसरे को साबित क़दमी की ताकीद की है और एक दुसरे को रहम खाने की ताकीद की है

यही वो लोग हैं जो दाहिनी तरफ वाले बड़े नसीबे वाले हैं और जिन लोगों ने हमारी आयतों का इनकार किया वो दाहिनी तरफ़ वाले नहूसत वाले लोग हैं उन पर ऐसी आग मुसल्लत की जाएगी जो उन पर बंद कर दी जाएगी

आख़िरी लफ्ज़

अब तक तो आप आसानी से कुरान-ए-पाक के 30 वें पारे की मुबारक सूरह यानी सूरह बलद को हिंदी और रोमन इंग्लिश में पढ़ कर समझ चुके होंगे और अब इसे बेहतरीन अंदाज़ में पढ़ पाए होंगे।

ऐ अल्लाह! अगर हमसे यहां सूरह बलद को पढ़ने या लिखने में कोई खता हुई हो तो तू अपने फ़ज़्ल और रहमत से हमें मुआफ़ फ़रमा और हमें सही तिलावत और अमल की तौफ़ीक़ अता फ़रमा।

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